Rainbow Si Zindagii
कुछ रंग-बिरंगी यादें... कुछ कही-अनकही बातें... कुछ किस्से पुराने... कुछ नए अफ़साने...
Pages
Home
Saturday, July 25, 2015
मनमर्ज़ी
फूलों का तो बस कारोबार है अपना,
दोस्ती तो हम काँटों से किया करते हैं
लाख़ कहे दुनिया हमको बुरा भला,
हम तो अपनी मनमर्ज़ी किया करते हैं
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment