Pages

Friday, March 17, 2017

जादूगर का जादू

कुछ पलों के लिए ही सही
ठहर जाता है वक़्त भी
जब हैरानगी से भरी निगाहें
ढूँढ़ती हैं पता
एक अदद जादूगर का
जिसे आता हो ऐसा जादू
जिसका कोई तोड़ ना हो
पूरी दुनिया छान ली जाए तो
उससे ज़्यादा जादुई, कुछ और ना हो
उस जादू का जादू देखने को
जाने क्यों जिये जाते हैं लोग
कुछ और नहीं, बस भरम है ये
क्यों नहीं समझ पाते हैं लोग

समझेंगे आख़िर कैसे भला
नादां हैं, नहीं कुछ जानते हैं
बात बड़ी सीधी-सी है
चलिए हम ही बतलाते हैं

दरअसल कुछ भी यहाँ असल नहीं 
ना जादूगर, ना उसकी छड़ी
बस भरम का मायाजाल ये है
सब कुछ नज़रों का धोखा है
जिस जादूगर को ढूँढते हैं
सब जिसकी बातें करते हैं
वो तो बैठा है दूर कहीं
जिसमें सब खोये-खोये हैं
ये तो बस उसका जादू है
जिसके आगे ना चले किसी की
जिसके आगे सब है बेअसर
ये खेल है उस जादूगर का
उसके जादू का है ये असर!

1 comment:

  1. We are self publishing company, we provide all type of self publishing,printing and marketing services, if you are interested in book publishing please send your abstract: self publishing,printing and marketing services

    ReplyDelete